अहलेबैत (अ.स.)

क्या कसरत हक़ पर होने की दलील है?

बाज़ अहले तसन्नुन ओलमा की जानिब से वक़्तन फ़वक़्तन यह बात पेश की जाती रही है कि वह हक़ पर…

4 years ago

इत्तेहाद बैनल मुसलेमीन क्योंकर मुम्किन है?

माहे रमज़ान के आख़री अशरे के आग़ाज़ में टीवी चैनलों पर मौला अली (अलैहिस्सलाम) की शहादत से मुतल्लिक़ प्रोग्राम नश्र…

4 years ago

जनाबे ख़दीजा (स.अ.) जिन्हें अल्लाह और जिब्रईल सलाम भेजते हैं।

इसलाम की तालीमात में एक अहम रुक्न एक दूसरे को सलाम करना है। अहादीसे नबवी (स.अ.) में 'इफशाउस सलाम' की…

4 years ago

तारीख़ निगारी में ख़यानत (पहली क़िस्त)

कुछ दिनों क़ब्ल एक मक़ाला नज़रों से गुज़रा कि इसके लिखने वाले ने अइम्माए मासूमीन (अ.स.) की बाज़ रिवायात व…

4 years ago

विलायते अली इब्ने अबी तालिब (अ.स.) लाज़मी है।

अल्लाह अज़्ज़वजल ने इन्सानों पर जिन चीज़ों को वाजिब किया है उनमें उसकी तौहीद का इक़रार है, उसके नबी (स.अ.)…

4 years ago

बाग़े-फिदक कयों ग़स्ब किया गया?

रसूलल्लाह (स.अ.) ने सन 7 हिजरी में बाग़े-फिदक ब- हुक्मे खु़दा अपनी पारए-जिगर, फातिमा ज़हेरा (स.अ.) को हिबा किया और…

4 years ago

अहले-सुन्नत की किताबों में रसूलल्लाह की शहादत का बयान

बहुत से मुसलमान यह समझते हैं कि आँ-हज़रत की मौत एक बीमारी की वजह से हुई थी,जबकि हक़ीक़त इसके बर-अकस…

4 years ago

आस़ारे फ़ातेमी: मुस्ह़फे फातेमा (स.अ.)

इन्न हाज़ा लफीस सोहुफिल ऊला, सोहुफे इब्राहीम व मूसा (सूरए आअला 18-19) यक़ीनन यह गुजिशता सहीफों में भी मरक़ूम है।…

4 years ago