Imam Ali a.s

  • अली (अ.स)
    पढ़ने का समय: 2 मिनटहज़रते सरवरे कायनात ने हुक्मे ख़ुदा और क़ुरआन की आयत – ‘फ़आते ज़ल क़ुरबा हक़्क़हू’ पर अमल करते हुए बाग़े फ़िदक अपनी नूरे नज़र फ़ातेमा ज़ेहरा (अलैहास्सलाम) को दे दिया था। [...]
  • अली (अ.स)
    पढ़ने का समय: 4 मिनटबिला शुबाह वो पहला मकान जो लोगों के लिये बनाया गया वो बक्का (मक्का) में है जो बा-बरकत है और सारे आलम के लिये हिदायत है।’’ वो पहला मकान जो लोगों [...]
  • अली (अ.स)
    पढ़ने का समय: 4 मिनटकअ़बतुल्लाह और अली इब्ने अबी तालिब अलैहिमस्सलाम اِنَّ اَوَّلَ بَيْتٍ وُّضِــعَ لِلنَّاسِ لَلَّذِيْ بِبَكَّۃَ مُبٰرَكًا وَّھُدًى لِّـلْعٰلَمِيْنَ इन्ना अव्वला बैतिवं वुज़ेआ लिन-नासे लल्लज़ी बि-बक्-क-त मुबारकवं व हुदल-लिल आलमीन (सूरए आले इमरान [...]
  • अली (अ.स)
    पढ़ने का समय: 6 मिनटएहतेमामे ग़दीर -पार्ट-१  किसी शै (चीज़) की ख़ुसूसीयत या अहमियत क्या सिर्फ़ माद्दीयत ही पर मुनहसिर हो सकती है? किसी वाक़ए का तारीख़़ी होना क्या यह उस की कम अहमियत की [...]
  • अली (अ.स)
    पढ़ने का समय: 3 मिनटअल्लाह का हाथ कौन है? कुछ मुसलमान शियों पर अमीरुल-मोमेनीन अलैहिस्सलाम और अइम्मा अलैहिमुस्सलाम की हैसियत को बढ़ा चढ़ा कर पेश करने का इल्ज़ाम आइद करते हैं। उनका दावा है कि [...]

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आस़ारे फ़ातेमी: मुस्ह़फे फातेमा (स.अ.)

by noorehaq in अहलेबैत (अ.स.) 0

पढ़ने का समय: 3 मिनटइन्न हाज़ा लफीस सोहुफिल ऊला, सोहुफे इब्राहीम व मूसा (सूरए आअला 18-19) यक़ीनन यह गुजिशता सहीफों में भी मरक़ूम है। इब्राहीम (अ.स.) और मूसा (अ.स.) के सह़ीफों में (मौजूद है)। खुदावन्दे [...]

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    आस़ारे फ़ातेमी: मुस्ह़फे फातेमा (स.अ.)

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  • अहलेबैत (अ.स.)

    अहले-सुन्नत की किताबों में रसूलल्लाह की शहादत का बयान

    पढ़ने का समय: 4 मिनटबहुत से मुसलमान यह समझते हैं कि आँ-हज़रत की मौत एक बीमारी की वजह से हुई थी,जबकि हक़ीक़त इसके बर-अकस है इस ग़लत – फहमी के आम होने की वजह शायद [...]
  • अहलेबैत (अ.स.)

    बाग़े-फिदक कयों ग़स्ब किया गया?

    पढ़ने का समय: 2 मिनटरसूलल्लाह (स.अ.) ने सन 7 हिजरी में बाग़े-फिदक ब- हुक्मे खु़दा अपनी पारए-जिगर, फातिमा ज़हेरा (स.अ.) को हिबा किया और तब से यह बाग खातूने-महेशर की मिलकियत में रहा। जब रसूलल्लाह [...]
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    फिदक की कहानी आएशा की ज़बानी

    पढ़ने का समय: 2 मिनटरसूल (स.अ.) की रेहलत के बाद जो वाकेआत रूनुमा हुए उनमें से अहम मुकद्दमए फिदक था। बल्कि यह वाकेआ हिदायत हासिल करने और उनके लिए एक मश्अले राह है। इस मुकद्दमे [...]
  • अहलेबैत (अ.स.)

    विलायते अली इब्ने अबी तालिब (अ.स.) लाज़मी है।

    पढ़ने का समय: 2 मिनटअल्लाह अज़्ज़वजल ने इन्सानों पर जिन चीज़ों को वाजिब किया है उनमें उसकी तौहीद का इक़रार है, उसके नबी (स.अ.) की नबुव्वत का इक़रार और हज़रत अली इब्ने अबी तालिब (अ.स.) [...]
  • बहस-मुबाहिसा

    हिशाम इब्ने हकम का मुतकल्लेमीन से मुनाज़ेरा

    पढ़ने का समय: 3 मिनटएक मर्तबा हारून रशीद ने अपने एक मुशीर जाफ़र बिन यह्या बरमक्की से कही कि मैं चाहता हूँ कि छुपकर मुतकल्लेमीन (कलाम करनेवाले) की बात सुनूँ ताकि वह खुलकर अपने दलाएल [...]
  • अली (अ.स)

    मौलूदे काबा फक़्त अली इब्न अबी तालिब (अ.स.)

    पढ़ने का समय: 4 मिनटबिला शुबाह वो पहला मकान जो लोगों के लिये बनाया गया वो बक्का (मक्का) में है जो बा-बरकत है और सारे आलम के लिये हिदायत है।’’ वो पहला मकान जो लोगों [...]
  • अली (अ.स)

    अमीरुल मोमेनीन सिर्फ अली इब्ने अबी तालिब (अलैहिस्सलाम) हैं

    पढ़ने का समय: 2 मिनटकिसी भी शख़्स को दिया गया लक़ब उसकी सिफ़त या उसके मनसूब की तरफ़ इशारा करता है। बाज़ औक़ात कुछ लोग अपने नाम से ज़्यादा अपने लक़ब से जाने पहचाने जाते [...]
  • अन्य लोग

    इसलाम का हक़ीक़ी चेहरा किसने बिगाड़ा?

    पढ़ने का समय: 4 मिनटअल्लाह ने इंसान की हिदायत के लिए मुसलसल अन्बिया और मुरसलीन भेजे, ताकि वह बनी आदम को इंसानियत का दर्स दें, और उनका किरदार इस बुलन्दी पर ले जायें कि फ़रिश्ते [...]
  • अहलेबैत (अ.स.)

    तारीख़ निगारी में ख़यानत (पहली क़िस्त)

    पढ़ने का समय: 4 मिनटकुछ दिनों क़ब्ल एक मक़ाला नज़रों से गुज़रा कि इसके लिखने वाले ने अइम्माए मासूमीन (अ.स.) की बाज़ रिवायात व फ़रमाइशात को उन्वान बनाया और तारीख़ के बाज़ वाक़ेआत से कजफ़हमी [...]
बहस-मुबाहिसा