क्या मअ़्सूमीन (अ़.स.) ने कभी भी लअ़्नत करने की तरग़ीब नहीं दी? जब अह्लेबैत (अ़.स.) को अ़ज़ीयत देने वालों पर…
दुश्मने अ़ली (अ़.स.) से बराअत ज़रूरी है इस्लाम में और ख़ुसूसन शीआ़ मकतबे फ़िक्र में, दुश्मनाने ख़ुदा और रसूल से…
क्या तबर्रा करना एक बेफ़ाएदा अ़मल है? कहा जाता है: मुख़ालेफ़ीन से इस तरह़ की बह़्सों पर इतनी तवानाई ख़र्च…
अहले तसन्नुन, हज़रत अली को ख़ुलफ़ा-ए-राशेदीन की तर्तीब के हिसाब से चौथे मक़ाम पर रखते हैं जबकि शियों का मानना…
दीने इस्लाम के बुनियादी उसूलों में तवल्ला और तबर्रा दोनों शामिल हैं। बल्कि दुश्मनाने अहलेबैत अ.स. से तबर्रा किए बग़ैर…
२८ सफ़र सन 11 हिज्री, येह वो तारीख़ है जिस रोज़ रसूले ख़ुदा स.अ. इस दारे फ़ानी से रुख़स्त हुए।…
कुछ नाम निहाद मुसलमान शियों पर बे-बुनियाद और मज़हका-ख़ेज़ इल्ज़ाम लगाते हैं कि मासूम इमाम ख़ुसूसन अमीरुल-मोमेनीन हज़रत अली इब्ने…
एक मर्तबा हारून रशीद ने अपने एक मुशीर जाफ़र बिन यह्या बरमक्की से कहा कि मैं चाहता हूँ कि छुपकर…