अहलेबैत (अ.स.) ( Ahlebait a.s.)

रसुलुल्लाह (स.अ.) पर उम्मत का सितम

सन 10 हिजरी के इख्तिताम से ही सरवरे कायनात हज़रत मोहम्मद मुस्तुफा़ (स.अ.) अपनी उम्मत को यह बताते रहे कि…

4 years ago

क्या ख़ौफ़ज़दा हो जाना बुज़दिली की अलामत है?

बाज़ आह्ले तसन्नुन लोग इस बात पर ऐतेराज़ करते हैं कि शिया यह दावा करते हैं कि उनके बारहवें इमाम…

4 years ago

फ़िदक : एक अजीब मुक़द्देमा

“व आते ज़ल क़ुर्बा हक़्क़हू वल मिस्लीनव् वबनस्सबीले वला तुबज़्ज़िर तबज़ीरा” (सूरए इस्रा, आयत 26) आपने क़राबतदारों को उनका हक़…

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हज़रत इमामे मेहदी (अलैहिस्सलाम) और आपके अस्हाब बनने की आर्ज़ू

इन्सान जिन लोगों के साथ उठता बैठता है उससे उसकी शख़्सियत का पता चलता है। अच्छे लोग अच्छे लोगों की…

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उम्मुलमोमेनीन जनाबे खदीजा (स.अ.) मोमिनो की हक़ीक़ी माँ

क़ुरआने करीम ने अज़वाजे नबी (स.अ.व.व.) को मोमेनीन की माँ होने का रूतबा और दर्जा दिया है। हक़ीक़ी मानो में…

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जो चुप रहेगी ज़बाने खंजर लहू पुकारेगा आसतीं का

दूसरी क़ौमों और मिल्लतों की तरह तारीख़े इसलाम भी इक्तेदार पसन्द लोगों के जराएम से भरी पड़ी है। इस किताब…

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मौला अली (अलैहिस्सलाम) मुक़द्दमए फ़िदक के अहम गवाह

“व यकूलुल लज़ीन कफ़रू लस्त मुर्सला कु़ल कफ़ा बिल्लाहे शहीदुम बैनी व बैनकुम व मन इन्दहू इल्मुल किताब” (सूरए राद,…

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इमामे अली नक़ी (अलैहिस्सलाम) के कुछ इल्मी कमालात

हज़रत इमाम अली इब्ने मोहम्मद तक़ी (अलैहिमस्सलाम) का इस्मे गिरामी अली था और कुन्नियत अबुलहसन सालिस थी। आपके मशहूर अल्क़ाब…

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सवाल: क्या ग़दीर का शुमार इस्लामी ईदों में होता है या यह ईद सिर्फ़ शीओं से मख़्सूस है?

जवाब: यह ईद शीओं से मख़्सूस नहीं है, अगरचे शीआ इस ईद से बहोत ज़्यादा लगाओ रखते हैं, बल्कि मुसलमानों…

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सक़लैन क्या है?

हज़रत रसूले काएनात सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम का इरशादे गिरामी है "मैं तुम्हारे दरमियान दो गिराँ क़द्र चीजें छोड़कर…

4 years ago