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  • अहलेबैत (अ.स.)
    पढ़ने का समय: 4 मिनटशिया होने की अहम तरीन निशानीयों में से एक निशानी यह भी है कि शिया अहलेबैते पैग़म्बर (अलैहिमुस्सलाम) की ख़ुशी मे ख़ुश और उनके ग़म में ग़मज़दा होता है। यह बात [...]
  • मुहर्रम
    पढ़ने का समय: 3 मिनटदीगर मज़ाहिब अपने साल का आगाज़ खुशी के साथ मनाते हैं। एक दुसरे को नए साल की मुबारकबाद देते हैं, नये कपड़े वगै़रा पहनते हैं, वगै़रा वगै़रा । मगर मुसलमानों में [...]
  • मुहर्रम
    पढ़ने का समय: 3 मिनटशहादते इमाम हुसैन (अ.स.) एक र्ददनाक वाके़आ है। सन 61 हिजरी में माहे मोहर्रम की दसवीं तारीख़ को फरज़न्दे अली व बूतूल ने अपने खा़नदान बनी हाशिम के 18 जवानो और [...]
  • अहलेबैत (अ.स.)
    पढ़ने का समय: 3 मिनटइमाम रज़ा (अ.स.) ने फ़रमायाः अए फ़रज़न्दे शबीब! अगर तुम्हें किसी चीज़ पर रोना आए तो फ़रज़न्दे रसूल हुसैन इब्ने अली (अ.स.) पर गिरया करो। इमाम अली बिन मुसा रज़ा (अ.स.) [...]

Ahlebait a.s.

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इमाम हुसैन (अ.स.) पर गिरया करने की फज़ीलत: इमाम रज़ा (अ.स.) की ज़बानी

by noorehaq in अहलेबैत (अ.स.) 0

पढ़ने का समय: 3 मिनटइमाम रज़ा (अ.स.) ने फ़रमायाः अए फ़रज़न्दे शबीब! अगर तुम्हें किसी चीज़ पर रोना आए तो फ़रज़न्दे रसूल हुसैन इब्ने अली (अ.स.) पर गिरया करो। इमाम अली बिन मुसा रज़ा (अ.स.) [...]

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    आस़ारे फ़ातेमी: मुस्ह़फे फातेमा (स.अ.)

    पढ़ने का समय: 3 मिनटइन्न हाज़ा लफीस सोहुफिल ऊला, सोहुफे इब्राहीम व मूसा (सूरए आअला 18-19) यक़ीनन यह गुजिशता सहीफों में भी मरक़ूम है। इब्राहीम (अ.स.) और मूसा (अ.स.) के सह़ीफों में (मौजूद है)। खुदावन्दे [...]
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    अहले-सुन्नत की किताबों में रसूलल्लाह की शहादत का बयान

    पढ़ने का समय: 4 मिनटबहुत से मुसलमान यह समझते हैं कि आँ-हज़रत की मौत एक बीमारी की वजह से हुई थी,जबकि हक़ीक़त इसके बर-अकस है इस ग़लत – फहमी के आम होने की वजह शायद [...]
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    बाग़े-फिदक कयों ग़स्ब किया गया?

    पढ़ने का समय: 2 मिनटरसूलल्लाह (स.अ.) ने सन 7 हिजरी में बाग़े-फिदक ब- हुक्मे खु़दा अपनी पारए-जिगर, फातिमा ज़हेरा (स.अ.) को हिबा किया और तब से यह बाग खातूने-महेशर की मिलकियत में रहा। जब रसूलल्लाह [...]
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    पढ़ने का समय: 2 मिनटरसूल (स.अ.) की रेहलत के बाद जो वाकेआत रूनुमा हुए उनमें से अहम मुकद्दमए फिदक था। बल्कि यह वाकेआ हिदायत हासिल करने और उनके लिए एक मश्अले राह है। इस मुकद्दमे [...]
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    विलायते अली इब्ने अबी तालिब (अ.स.) लाज़मी है।

    पढ़ने का समय: 2 मिनटअल्लाह अज़्ज़वजल ने इन्सानों पर जिन चीज़ों को वाजिब किया है उनमें उसकी तौहीद का इक़रार है, उसके नबी (स.अ.) की नबुव्वत का इक़रार और हज़रत अली इब्ने अबी तालिब (अ.स.) [...]
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    हिशाम इब्ने हकम का मुतकल्लेमीन से मुनाज़ेरा

    पढ़ने का समय: 3 मिनटएक मर्तबा हारून रशीद ने अपने एक मुशीर जाफ़र बिन यह्या बरमक्की से कही कि मैं चाहता हूँ कि छुपकर मुतकल्लेमीन (कलाम करनेवाले) की बात सुनूँ ताकि वह खुलकर अपने दलाएल [...]
  • अली (अ.स)

    मौलूदे काबा फक़्त अली इब्न अबी तालिब (अ.स.)

    पढ़ने का समय: 4 मिनटबिला शुबाह वो पहला मकान जो लोगों के लिये बनाया गया वो बक्का (मक्का) में है जो बा-बरकत है और सारे आलम के लिये हिदायत है।’’ वो पहला मकान जो लोगों [...]
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    पढ़ने का समय: 2 मिनटकिसी भी शख़्स को दिया गया लक़ब उसकी सिफ़त या उसके मनसूब की तरफ़ इशारा करता है। बाज़ औक़ात कुछ लोग अपने नाम से ज़्यादा अपने लक़ब से जाने पहचाने जाते [...]
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    पढ़ने का समय: 4 मिनटअल्लाह ने इंसान की हिदायत के लिए मुसलसल अन्बिया और मुरसलीन भेजे, ताकि वह बनी आदम को इंसानियत का दर्स दें, और उनका किरदार इस बुलन्दी पर ले जायें कि फ़रिश्ते [...]
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    तारीख़ निगारी में ख़यानत (पहली क़िस्त)

    पढ़ने का समय: 4 मिनटकुछ दिनों क़ब्ल एक मक़ाला नज़रों से गुज़रा कि इसके लिखने वाले ने अइम्माए मासूमीन (अ.स.) की बाज़ रिवायात व फ़रमाइशात को उन्वान बनाया और तारीख़ के बाज़ वाक़ेआत से कजफ़हमी [...]
बहस-मुबाहिसा

इमाम मोहम्मद तक़ी (अ.स.) और शेख़ैन से मुतअल्लिक़ जाली अहादीस से मुक़ाबला

पढ़ने का समय: 5 मिनटइमाम रज़ा (अ.स.) की शहादत के बाद शियों की इमामत की ज़िम्मेदारी उनके फ़रज़न्दे अरजुमन्द हज़रत मोहम्मद तक़ी  अल-जवाद (अ.स.) के सिपुर्द हुई। उस वक़्त आपकी कमसिनी का दौर था मगर [...]