अहलबैत

क्या मअ़्‌सूमीन (अ़.स.) ने कभी भी लअ़्‌नत करने की तरग़ीब नहीं दी?

पढ़ने का समय: 4 मिनट क्या मअ़्‌सूमीन (अ़.स.) ने कभी भी लअ़्‌नत करने की तरग़ीब नहीं दी? जब अह्लेबैत (अ़.स.) को अ़ज़ीयत देने वालों पर लअ़्‌नत भेजने की बात आती है तो कुछ अफ़राद इस पर एअ़्‌तेराज़ करते हैं। वोह […]

अहलबैत

दुश्मने अ़ली (अ़.स.) से बराअत ज़रूरी है

पढ़ने का समय: 3 मिनट दुश्मने अ़ली (अ़.स.) से बराअत ज़रूरी है इस्लाम में और ख़ुसूसन शीआ़ मकतबे फ़िक्र में, दुश्मनाने ख़ुदा और रसूल से बराअत करने को वाजिब क़रार दिया गया है। इस बाबत क़ुरआन में मुतअ़द्दिद आयात मौजूद […]

तबर्रा

क्या तबर्रा करना एक बेफ़ाएदा अ़मल है?

पढ़ने का समय: 5 मिनट क्या तबर्रा करना एक बेफ़ाएदा अ़मल है? कहा जाता है: मुख़ालेफ़ीन से इस तरह़ की बह़्सों पर इतनी तवानाई ख़र्च की गई कि इस का कोई नतीजा नहीं निकला क्योंकि अह्लेबैत (अ़.स.) के दुश्मन अपने […]

अली (अ.स)

क्या हज़रत अली भी रसूल अल्लाह स.अ. की तरह तमाम अंबिया से अफ़ज़ल हैं।

पढ़ने का समय: 5 मिनट अहले तसन्नुन, हज़रत अली को ख़ुलफ़ा-ए-राशेदीन की तर्तीब के हिसाब से चौथे मक़ाम पर रखते हैं जबकि शियों का मानना अलग है। शियों का अक़ीदा है कि हज़रत अली नबी नहीं हैं मगर नबीए करीम […]

तबर्रा

बराअत एक अज़ीम इबादत

पढ़ने का समय: 3 मिनट दीने इस्लाम के बुनियादी उसूलों में तवल्ला और तबर्रा दोनों शामिल हैं। बल्कि दुश्मनाने अहलेबैत अ.स. से तबर्रा किए बग़ैर किसी की विलायते अहलेबैत अ.स. क़ाबिले क़बूल नहीं है। बराअत अज़ दुश्मनाने ख़ुदा भी इसी […]

अहलेबैत (अ.स.)

२८ सफ़र नाना और नवासे की शहादत एक जैसी है

पढ़ने का समय: 2 मिनट २८ सफ़र सन 11 हिज्री, येह वो तारीख़ है जिस रोज़ रसूले ख़ुदा स.अ. इस दारे फ़ानी से रुख़स्त हुए। उनकी रेहलत के चालीस साल बाद इसी तारीख़ को ऑनहज़रत के बड़े नवासे हज़रत हसने […]

सवाल जवाब

क्या शिया अली इब्ने अबी तालिब अ. स. के मक़ाम को बढ़ा चढ़ा कर पेश करते हैं?

पढ़ने का समय: 3 मिनट कुछ नाम निहाद मुसलमान शियों पर बे-बुनियाद और मज़हका-ख़ेज़ इल्ज़ाम लगाते हैं कि मासूम इमाम ख़ुसूसन अमीरुल-मोमेनीन हज़रत अली इब्ने अबी तालिब अ.स. के मक़ाम को बढ़ा चढ़ा कर पेश करते हैं। दूसरे इल्ज़ामात के […]

अहलेबैत (अ.स.)

हिशाम इब्ने हकम का मुतकल्लेमीन से मुनाज़ेरह

पढ़ने का समय: 3 मिनट एक मर्तबा हारून रशीद ने अपने एक मुशीर जाफ़र बिन यह्या बरमक्की से कहा कि मैं चाहता हूँ कि छुपकर मुतकल्लेमीन (कलाम करनेवाले) की बात सुनूँ ताकि वह खुलकर अपने दलाएल पेश करें और जैसे […]