मान्यताएं

मुसलामानों के दरमियान पैग़म्बरे इस्लाम (स.अ.) और अमानियत का एहसास

पढ़ने का समय: 6 मिनट सूरए माएदा आयत नं. 67 का यह हिस्सा निहायत ग़ौर तलब और क़ाबिले फ़िक्र है, इसलिए कि रसूले अकरम (स.अ.) अपनी 23 साला तबलीग़ी ज़िन्दगी में रिसालते इलाहिया के पहूँचाने में सख्त़ तरीन औका़त और […]

अहलेबैत (अ.स.)

उम्मुल मोमेनीन ख़दीजा (स.अ.) से आय़शा का हसद

पढ़ने का समय: 4 मिनट हज़रते ख़दीजा रसूले ख़ुदा (स.अ.) की पहली बीवी होने के साथ साथ इसलाम क़ुबूल करनेवाली पहली खा़तून भी हैं। आँ-हज़रत (स.अ.) कि निगाह में वह एक अज़ीमुश-शान मुक़ाम और बुलन्द मर्तबा रखने वाली खा़तून हैं। […]

मान्यताएं

रसूलल्लाह (स.अ.) पर उम्मत का सितम

पढ़ने का समय: 4 मिनट सन दस हिजरी के इख्तेताम से ही सरवरे काएनात हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा (स.अ.) अपनी उम्मत को यह बताते रहे कि अन्क़रीब मैं तुम्हारे दरमियान से चला जाने वाला हूँ। मैं अपने रब की दावत को […]

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अय्यामे फ़ातिमी और तजदीदे बराअत

पढ़ने का समय: 5 मिनट इन्नल्लज़ीन यूजू़नल्लाहा व रसूलुहू लानल्लाहो फ़िद्दुनिया वल आख़िरते व अअद्द लहुम आज़ाबम् मुहीना (सूरए एहज़ाब, आयत 57) जो लोग अल्लाह और उसके रसूल को अज़ियत देते हैं अल्लाह उनपर दुनिया और आखे़रत में लानत करता […]

शख्सियतें

मुन्तक़िमे खूने ज़हराः इमाम मेहदी (अ.स.)

पढ़ने का समय: 3 मिनट ‘पस हमने जुर्म करने वालों से इंतेक़ाम लिया। मोमिनों का हम पर हक़ है के हम उनकी मदद करें।’ (कु़रआन मजीद) इमाम मेहदी की एक अहम खु़सूसियत ये है कि आप (अ.स.) अल्लाह की ज़मीन […]

बहस-मुबाहिसा

इमामे जाफ़रे सादिक़ (अलैहिस्सलाम) के एक शागिर्द का इमामे अबू हनीफ़ा से मुनाज़ेरा

पढ़ने का समय: 3 मिनट एक दिन इमाम जाफरे सादिक़ (अलैहिस्सलाम) का एक शागिर्द फज़्ज़ाल इब्ने हसन कूफ़ी और उसके एक दोस्त का अबू हनीफ़ा से सामना हुआ कि उस वक़्त अबू हनीफ़ा से इल्मे फ़िक्ह और इल्मे हदीस पढ़ने […]

बहस-मुबाहिसा

इमाम बाकि़र (अ.स.) का एक ख़वारिज से मुनाज़ेरा

पढ़ने का समय: 3 मिनट जब अवाम ने बग़ावत करके तीसरे ख़लीफा़ उस्मान बिन अफ़फा़न को क़त्ल कर दिया तो खि़लाफ़त की गददी यकबारगी खाली हो गई। लोग हुजूम दर हुजूम मौलाए कायनात अली इब्ने अबि तालिब (अ.स.) के पास […]

बहस-मुबाहिसा

इमाम मोहम्मद तक़ी (अ.स.) और शेख़ैन से मुतअल्लिक़ जाली अहादीस से मुक़ाबला

पढ़ने का समय: 5 मिनट इमाम रज़ा (अ.स.) की शहादत के बाद शियों की इमामत की ज़िम्मेदारी उनके फ़रज़न्दे अरजुमन्द हज़रत मोहम्मद तक़ी  अल-जवाद (अ.स.) के सिपुर्द हुई। उस वक़्त आपकी कमसिनी का दौर था मगर आप (अ.स.) के कमालात […]

बहस-मुबाहिसा

इमाम बाकि़र (अ.स.) का एक ख़वारिज से मुनाज़ेरा

पढ़ने का समय: 3 मिनट जब अवाम ने बग़ावत करके तीसरे ख़लीफा़ उस्मान बिन अफ़फा़न को क़त्ल कर दिया तो खि़लाफ़त की गददी यकबारगी खाली हो गई। लोग हुजूम दर हुजूम मौलाए कायनात अली इब्ने अबि तालिब (अ.स.) के पास […]

अहलेबैत (अ.स.)

अश्क़े अज़ा

पढ़ने का समय: 4 मिनट शिया होने की अहम तरीन निशानीयों में से एक निशानी यह भी है कि शिया अहलेबैते पैग़म्बर (अलैहिमुस्सलाम) की ख़ुशी मे ख़ुश और उनके ग़म में ग़मज़दा होता है। यह बात उसूले दीन के मुसल्लेमात […]