मान्यताएं

तौक़ीए इमामे ज़माना (अलैहिस्सलाम) बनाम जनाबे उस्मान बिन सईद अमरी

पढ़ने का समय: 3 मिनटइमामे ज़माना (अलैहिस्सलाम) ने ग़ैबत के दौरान अपने कुछ ख़ास और मोतमिद शियों से तौक़ी के ज़रिए राबता क़ाएम रखा है। और उनके ज़रिए से पैग़ाम को अपने तमाम चाहनेवालों तक पहुँचाते रहे हैं। ज़ैल […]