मान्यताएं

हेशाम बिन हकम और इमामत का देफ़ा

पढ़ने का समय: 3 मिनटहेशाम बिन हकम और इमामत का देफ़ा तशय्यो पर इमाम जाफर सादिक़ अलैहिस्सलाम के जो एहसानात हैं उनमें से एक एहसान यह भी है कि आप ने कुछ ऐसे अफ़राद की तर्बि‍यत फ़रमाई कि जिनकी […]

अली (अ.स)

क्या हज़रत अली भी रसूल अल्लाह स.अ. की तरह तमाम अंबिया से अफ़ज़ल हैं।

पढ़ने का समय: 5 मिनटअहले तसन्नुन, हज़रत अली को ख़ुलफ़ा-ए-राशेदीन की तर्तीब के हिसाब से चौथे मक़ाम पर रखते हैं जबकि शियों का मानना अलग है। शियों का अक़ीदा है कि हज़रत अली नबी नहीं हैं मगर नबीए करीम […]

तबर्रा

बराअत एक अज़ीम इबादत

पढ़ने का समय: 3 मिनटदीने इस्लाम के बुनियादी उसूलों में तवल्ला और तबर्रा दोनों शामिल हैं। बल्कि दुश्मनाने अहलेबैत अ.स. से तबर्रा किए बग़ैर किसी की विलायते अहलेबैत अ.स. क़ाबिले क़बूल नहीं है। बराअत अज़ दुश्मनाने ख़ुदा भी इसी […]

अहलेबैत (अ.स.)

२८ सफ़र नाना और नवासे की शहादत एक जैसी है

पढ़ने का समय: 2 मिनट२८ सफ़र सन 11 हिज्री, येह वो तारीख़ है जिस रोज़ रसूले ख़ुदा स.अ. इस दारे फ़ानी से रुख़स्त हुए। उनकी रेहलत के चालीस साल बाद इसी तारीख़ को ऑनहज़रत के बड़े नवासे हज़रत हसने […]

अली (अ.स)

कअ़बतुल्लाह और अली इब्ने अबी तालिब अलैहिमस्सलाम

पढ़ने का समय: 4 मिनटकअ़बतुल्लाह और अली इब्ने अबी तालिब अलैहिमस्सलाम اِنَّ اَوَّلَ بَيْتٍ وُّضِــعَ لِلنَّاسِ لَلَّذِيْ بِبَكَّۃَ مُبٰرَكًا وَّھُدًى لِّـلْعٰلَمِيْنَ इन्ना अव्वला बैतिवं वुज़ेआ लिन-नासे लल्लज़ी बि-बक्-क-त मुबारकवं व हुदल-लिल आलमीन (सूरए आले इमरान आयत 96) यक़ीनन सबसे […]

अली (अ.स)

आयते मुबाहिला में हज़रत अली अलैहिस्सलाम की सबसे अज़ीम फ़ज़ीलत

पढ़ने का समय: 2 मिनटआयते मुबाहिला में हज़रत अली अलैहिस्सलाम की सबसे अज़ीम फ़ज़ीलत एक दिन बनी अब्बास के बादशाह ने इमाम अली रज़ा (अ.स.) से सवाल किया आप के नज़दीक अली इब्ने अबी तालिब (अ.स.) की अज़ीम-तरीन फ़ज़ीलत […]

अली (अ.स)

एहतेमामे ग़दीर -पार्ट-२

पढ़ने का समय: 3 मिनटएहतेमामे ग़दीर -पार्ट-१ एहतेमामे ग़दीर -पार्ट-२ शिया हज़रात ग़दीर के बारे में जो कुछ अंजाम देते हैं या जो कुछ बयान करते हैं वह इन्हीं हिकमतों और मस्लेहतों की बुनियाद पर है, शिया इस लिए […]

अली (अ.स)

एहतेमामे ग़दीर-पार्ट-१

पढ़ने का समय: 6 मिनटएहतेमामे ग़दीर -पार्ट-१  किसी शै (चीज़) की ख़ुसूसीयत या अहमियत क्या सिर्फ़ माद्दीयत ही पर मुनहसिर हो सकती है? किसी वाक़ए का तारीख़़ी होना क्या यह उस की कम अहमियत की दलील हो सकती है? […]

सवाल जवाब

क्या शिया अली इब्ने अबी तालिब अ. स. के मक़ाम को बढ़ा चढ़ा कर पेश करते हैं?

पढ़ने का समय: 3 मिनटकुछ नाम निहाद मुसलमान शियों पर बे-बुनियाद और मज़हका-ख़ेज़ इल्ज़ाम लगाते हैं कि मासूम इमाम ख़ुसूसन अमीरुल-मोमेनीन हज़रत अली इब्ने अबी तालिब अ.स. के मक़ाम को बढ़ा चढ़ा कर पेश करते हैं। दूसरे इल्ज़ामात के […]

शख्सियतें

नहजुल बलाग़ाह की जअमियत और गहराई

पढ़ने का समय: 4 मिनटनहजुल बलाग़ाह की हैरत अंगेज़ खु़सूसियात और इमतियाज़ात में से एक इमेतियाज़ मुख्तलिफ़ और मुतानव्वए पहलुओं के ऐतेबार से अजीबो ग़रीब गहराई व गीराई पर मुश्तमिल होना है। हर पढ़ने वाला पहली फ़ुर्सत में इसे […]